नयी दिल्ली, एक दिसंबर (भाषा) अक्टूबर महीने में विनिर्माण, खनन एवं बिजली क्षेत्रों के कमजोर प्रदर्शन से देश की औद्योगिक उत्पादन वृद्धि सुस्त पड़कर 13 महीनों के निचले स्तर 0.4 प्रतिशत पर आ गई। सोमवार को आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में वृद्धि दर सालाना आधार पर घटी है। एक साल पहले की समान अवधि में औद्योगिक उत्पादन 3.7 प्रतिशत बढ़ा था।
आईआईपी का पिछला निचला स्तर सितंबर, 2024 में दर्ज किया गया था जब यह स्थिर रहा था।
इसके साथ ही एनएसओ ने सितंबर, 2025 के आंकड़ों को संशोधित करते हुए वृद्धि दर को चार प्रतिशत से बढ़ाकर 4.6 प्रतिशत कर दिया है।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर महीने में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर घटकर 1.8 प्रतिशत पर आ गई, जबकि साल भर पहले यह 4.4 प्रतिशत रही थी।
आलोच्य महीने में खनन क्षेत्र के उत्पादन में 1.8 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि पिछले साल इसी महीने यह 0.9 प्रतिशत बढ़ा था।
इस दौरान बिजली उत्पादन में भी 6.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई जबकि पिछले साल यह दो प्रतिशत बढ़ा था।
इसके साथ वित्त वर्ष 2025-26 के पहले सात महीनों (अप्रैल-अक्टूबर) में देश के औद्योगिक उत्पादन में कुल 2.7 प्रतिशत प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह चार प्रतिशत थी।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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