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नयी दिल्ली, 30 मई (भाषा) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को कहा कि भारत के दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के बाद उसकी शीर्ष दो अर्थव्यवस्थाओं- अमेरिका और चीन के साथ वास्तविक प्रतिस्पर्धा शुरू हो गई है।
नायडू ने यहां भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के वार्षिक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत को अपनी वैश्विक उत्पाद विनिर्माण क्षमताओं को मजबूत करना चाहिए और मध्यम आय के जाल में फंसने से बचना चाहिए।
उन्होंने कहा, “आज हम चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। अगले दो साल में हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। तीसरे स्थान तक पहुंचने तक हमारे पास कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। लेकिन असली प्रतिस्पर्धा तो अब शुरू हुई है।”
नायडू ने कहा, “चीन की अर्थव्यवस्था भारत की तुलना में साढ़े चार गुना है और अमेरिका की अर्थव्यवस्था भारत की तुलना में सात गुना है। हमें तैयार रहना चाहिए।’
उन्होंने कहा कि विकास की बड़ी छलांग लगाने के लिए अच्छी सार्वजनिक नीति महत्वपूर्ण है।
तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूप में भारत को इस समय एक महान नेता मिला हुआ है और देश को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार स्विट्जरलैंड के दावोस की तर्ज पर आने वाले कल के नेताओं को तैयार करने के लिए अमरावती में एक वैश्विक नेतृत्व केंद्र स्थापित करेगी।
खुद प्रौद्योगिकी के साथ सहज महसूस करने वाले नेता नायडू ने कहा कि टीसीएस, आईबीएम और एलएंडटी जैसी कंपनियां दक्षिणी राज्य की नई निर्माणाधीन राजधानी अमरावती में क्वांटम कंप्यूटिंग केंद्र स्थापित करेंगी।
उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश हरित ऊर्जा उत्पादन करने वाले उद्योगों के लिए अच्छी स्थिति में है।
नायडू ने कहा कि उनके राज्य में सौर और पवन ऊर्जा के साथ-साथ पंप स्टोरेज, ग्रीन अमोनिया और नाइट्रोजन की अच्छी संभावनाएं हैं। इसके पास बंदरगाह भी हैं।
भाषा अनुराग प्रेम
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