मुंबई, 13 जून (भाषा) भारत में रोजगार सृजन में लगातार आठ महीने की गिरावट के बाद मई में 8.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि, सालाना आधार पर इसमें 1.8 प्रतिशत की मामूली गिरावट दर्ज की गई।
नौकरियों से जुड़ी वैश्विक स्तर पर वेबसाइट ‘इनडीड’ की रिपोर्ट के अनुसार, गिरावट के बावजूद भारत में रोजगार सृजन कोविड-19 वैश्विक महामारी के पहले के मुकाबले करीब 80 प्रतिशत अधिक रहा। यह अन्य प्रमुख बाजारों की तुलना में अधिक है।
इनडीड के एशिया प्रशांत क्षेत्र के वरिष्ठ अर्थशास्त्री कैलम पिकरिंग ने कहा, ‘‘भारत में रोजगार सृजन अन्य देशों की तुलना में तेजी से बढ़ रहा है, क्योंकि देश अधिक औपचारिक आर्थिक व्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जैसे-जैसे देश में बदलाव आएगा, औपचारिक क्षेत्र में रोजगार सृजन देश भर में समग्र रोजगार वृद्धि की तुलना में कहीं अधिक मजबूत होगा और हमने हाल के वर्षों में लगातार ऐसा देखा है। अन्य अर्थव्यवस्थाएं इस तरह के बदलाव से नहीं गुजर रही हैं।’’
इनडीड की यह रिपोर्ट वैश्विक नौकरी वेबसाइट के मंच पर मई तक 2020 (वैश्विक महामारी अवधि), 2024 और 2025 के आंकड़ों के विश्लेषण पर आधारित है।
इसमें कहा गया, रोजगार सृजन मुख्य रूप से बाल देखभाल (27 प्रतिशत), व्यक्तिगत देखभाल और गृह स्वास्थ्य (25 प्रतिशत), शिक्षा (24 प्रतिशत) और उत्पादन एवं विनिर्माण (22 प्रतिशत) में हुआ।
इनडीड के आंकड़ों के अनुसार, जनरेटिव एआई क्षेत्र में मई 2025 तक रोजगार सृजन 1.5 प्रतिशत रहा जो पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना से भी अधिक है।
भाषा निहारिका रमण पाण्डेय
पाण्डेय
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