मुंबई, 18 फरवरी (भाषा) बहुराष्ट्रीय कंपनी पेप्सिको की पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी इंद्रा नूई ने शुक्रवार को आगाह करते हुए कहा कि भारत अगर बच्चों एवं वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल से जुड़े बुनियादी ढांचे पर पर्याप्त ध्यान नहीं देता है तो उसके सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पर असर पड़ेगा।
भारतीय मूल की नूई ने एनटीएलएफ के वार्षिक कार्यक्रम में कहा कि देश के पास आंगनवाड़ी जैसी शानदार व्यवस्थाएं हैं लेकिन फिलहाल वे अच्छी हालत में नहीं हैं और उसे नया रूप देने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि किसी भी कंपनी या देश के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण संसाधन उसकी प्रतिभा होती है और इसके लिए छिड़ी होड़ अब अधिक प्रतिस्पर्द्धी होने वाली है।
नूई ने कहा कि भारत के पास आबादी संबंध लाभ, अंग्रेजी बोलने वाली जनसंख्या और तकनीक-उन्मुख लोग जैसी ताकत है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि देश इन सभी मजबूतियों का इस्तेमाल किस तरह करता है।
उन्होंने कहा, ‘बच्चों के लिए बाल-देखभाल केंद्र या बुजुर्गों के लिए वरिष्ठ नागरिक देखभाल केंद्रों के बगैर हम किस तरह आगे बढ़ने वाले हैं? हम समाज के बड़े हिस्से को कामकाज से दूर नहीं रख सकते हैं और ऐसा होने पर जीडीपी वृद्धि में सुस्ती आना लाजिमी है।’
भाषा प्रेम रमण
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