नयी दिल्ली, 12 फरवरी (भाषा) निर्यातकों ने यह आशंका जताई है कि भारत से कपास, मानव-निर्मित धागे और कपड़ों की डाई जैसी वस्तुओं का तुर्किये को होने वाले निर्यात पर भूकंप के कारण कुछ समय के लिए असर पड़ सकता है।
तुर्किये में पिछले सप्ताह सोमवार को कुछ घंटों के भीतर आए दो शक्तिशाली भूकंपों ने काफी तबाही मचाई जिसमें कई इमारतें नष्ट होने के साथ 28,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और लाखों लोग बेघर हुए हैं। इस आपदा में अवसंरचनाओं और लॉजिस्टिक्स नेटवर्क को भी भारी नुकसान हुआ है। इस्केंदेरुन बंदरगाह भी लगभग एक सप्ताह से बंद है।
भारतीय निर्यात संगठन महासंघ (फियो) के महानिदेशक अजय सहाय ने कहा कि तुर्किये में अभी तक तबाही का आंकलन नहीं किया जा सका है लिहाजा निर्यात पर पड़ने वाले इसके असर को लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता है।
सहाय ने कहा कि भूकंप से तुर्किये की मुद्रा लीरा के और कमजोर होने की आशंका भी है। यह पहले ही अपने निचले पर पहुंची है। भूकंप के बाद आयात और महंगा होने के अलावा मांग पर भी असर पड़ेगा।
भारत से तुर्किये को निर्यात पिछले साल अप्रैल से नवंबर के दौरान 6.2 अरब डॉलर रहा जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 5.1 अरब डॉलर रहा था।
भाषा अनुराग प्रेम
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