मुंबई, 27 मार्च (भाषा) भारत के 284 अरबपतियों की कुल संपत्ति देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का एक-तिहाई हिस्सा है।
बृहस्पतिवार को जारी ‘हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट’ के अनुसार, अदाणी समूह का नेतृत्व करने वाले गौतम अदाणी की संपत्ति में वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक इजाफा हुआ। उनकी संपत्ति एक लाख करोड़ रुपये बढ़कर 8.4 लाख करोड़ रुपये हो गई है।
वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी की संपत्ति 13 प्रतिशत घटकर 8.6 लाख करोड़ रुपये रह गई है। हालांकि, सबसे अमीर एशियाई का खिताब उन्होंने फिर से हासिल कर लिया है।
अदाणी को हिंडनबर्ग रिपोर्ट द्वारा उनके समूह में प्रशासनिक खामियों की ओर इशारा किए जाने के बाद काफी नुकसान उठाना पड़ा था। हालांकि, उन्होंने ने पिछले वर्ष अपनी संपत्ति में 13 प्रतिशत की वृद्धि देखी।
रिपोर्ट में कहा गया देश में 284 अरबपति हैं, जिनकी कुल संपत्ति 10 प्रतिशत बढ़कर 98 लाख करोड़ रुपये या देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का एक-तिहाई हो गई है।
देश के कुछ ही हाथों में संपत्ति के संकेन्द्रण की चिंताओं के बीच जारी सूची के अनुसार, भारत ने प्रत्येक अरबपति की औसत संपत्ति के मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है। चीन के 29,027 करोड़ रुपये की तुलना में देश में प्रत्येक अरबपति की औसत संपत्ति 34,514 करोड़ रुपये है।
सूची में ‘कट-ऑफ’ तिथि 15 जनवरी मानी गई है।
इसमें कहा गया कि पिछले वर्ष 175 भारतीय अरबपतियों की संपत्ति में वृद्धि हुई है, जबकि 109 की नेटवर्थ में गिरावट आई है या वह स्थिर रही है।
रोशनी नादर 3.5 लाख करोड़ रुपये की कुल आय के साथ सबसे अमीर भारतीय महिला और विश्व स्तर पर पांचवीं सबसे अमीर महिला बन गई हैं। उनके पिता ने एचसीएल में 47 प्रतिशत हिस्सेदारी उन्हें हस्तांतरित की है।
वहीं रेजरपे के शशांक कुमार और हर्षिल माथुर 8,643 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ सबसे युवा भारतीय अरबपति हैं।
सूची के अनुसार, भारतीय अरबपतियों की औसत आयु 68 वर्ष है, जो वैश्विक अरबपतियों की औसत आयु से दो वर्ष अधिक है।
भाषा निहारिका अजय
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