नयी दिल्ली, 24 फरवरी (भाषा) घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा ने सोमवार को कहा कि ग्रामीण मांग में सुधार और सरकारी खर्च में तेजी के कारण भारतीय कंपनियों का राजस्व चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में सात से आठ प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है।
इक्रा को उम्मीद है कि वैश्विक राजनीतिक घटनाक्रमों को लेकर अनिश्चितताओं और भारत से वस्तु निर्यात पर दबाव के कारण निजी पूंजीगत व्यय सीमित रहेगा।
इसके बावजूद, इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर जैसे कुछ उभरते क्षेत्रों और इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) जैसे कुछ खंडों में निवेश में वृद्धि जारी रहेगी। निजी निवेश को भारत सरकार की विभिन्न उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन कार्यक्रमों से भी समर्थन मिलेगा।
रेटिंग एजेंसी ने एक बयान में कहा कि पिछली तिमाही में भारतीय कंपनियों के परिचालन लाभ मार्जिन (ओपीएम) में सुधार दिख रहा है और इसके 18.2-18.4 प्रतिशत पर बरकरार रहने की संभावना है।
इक्रा की वरिष्ठ उपाध्यक्ष और सह-समूह प्रमुख किंजल शाह ने कहा, ”ग्रामीण मांग वर्ष 2025 की पहली छमाही में बेहतर रहने की उम्मीद है, जिसे खरीफ की अच्छी फसल और चालू रबी सत्र के लिए अनुकूल अनुमानों से मदद मिलेगी। इसके अलावा, 2025 में सामान्य और अच्छी तरह वितरित मानसून भी महत्वपूर्ण है।”
उन्होंने कहा कि शहरी मांग, जो पिछली कुछ तिमाहियों से सुस्त रही है, में सुधार की उम्मीद है।
भाषा पाण्डेय रमण
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