नयी दिल्ली, 15 फरवरी (भाषा) जलवायु परिवर्तन को लेकर चिंता के मामले में भारतीय कंपनियां वैश्विक स्तर पर पांचवें स्थान पर हैं। सलाहकार कंपनी डेलॉयट की मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
हालांकि, वैश्विक कंपनियों की तुलना में भारतीय कंपनियों के अधिक सख्त जलवायु कार्रवाई के क्रियान्वयन की संभावना है।
डेलॉयट का यह सर्वे सितंबर-अक्टूबर, 2021 के दौरान 21 देशों में किया गया। जनवरी-फरवरी, 2021 के सर्वे की तुलना में इस बार अधिक संख्या में शीर्ष स्तर के भारतीय कार्यकारियों ने जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी।
डेलॉयट ने कहा कि 2,000 शीर्ष स्तर के कार्यकारियों ने सर्वे में हिस्सा लिया। इनमें 163 सीएक्सओ भारत के हैं।
डेलॉयट की वैश्विक 2022 सीएक्सओ स्थिरता सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, जलवायु परिवर्तन को लेकर चिंता के मामले में भारतीय कंपनियां पांचवें स्थान पर हैं।
सर्वे में 80 प्रतिशत भारतीय कार्यकारियों ने माना कि जलवायु परिवर्तन पर प्रतिक्रिया को लेकर दुनिया ‘नोक’ पर है। आठ महीने पहले ऐसा कहने वाले भारतीय कार्यकारियों की संख्या सिर्फ 53 प्रतिशत थी।
सर्वे में शामिल 94 प्रतिशत कार्यकारियों ने इस बात पर सहमति जताई कि तत्काल कार्रवाई से जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को सीमित किया जा सकता है। आठ माह पहले ऐसा कहने वाले कार्यकारियों की संख्या 61 प्रतिशत थी।
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