नयी दिल्ली, 14 मई (भाषा) पाकिस्तान को समर्थन देने वाले तुर्किये और अजरबैजान में भारत की चार कंपनियों ने अप्रैल महीने में करीब 60 लाख डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता जताई।
यह राशि पिछले महीने भारतीय कंपनियों द्वारा जताई गई कुल 6.8 अरब डॉलर की विदेशी निवेश प्रतिबद्धता का एक छोटा सा हिस्सा है।
तुर्किये और अजरबैजान ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर भारत की सैन्य कार्रवाई की निंदा की थी। इसके बाद से ही इन देशों के साथ भारत के व्यापारिक संबंधों के तनावपूर्ण होने के आसार दिख रहे हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) संबंधी आंकड़ों के मुताबिक, भारत से दूसरे देशों में एफडीआई अप्रैल के दौरान करीब 90 प्रतिशत बढ़कर 6.8 अरब डॉलर हो गया। अप्रैल, 2004 में यह 3.59 अरब डॉलर और मार्च, 2025 में 5.9 अरब डॉलर था।
रिजर्व बैंक की तरफ से बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, तुर्किये में ओमेगा प्लास्टो लिमिटेड, रामा प्योर वॉटर प्राइवेट लिमिटेड और एक्सिरो सेमीकंडक्टर प्राइवेट लिमिटेड ने संयुक्त उद्यमों और पूर्ण-स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी के जरिये कुल 2.8 लाख डॉलर का निवेश किया।
वहीं, अजरबैजान में ‘प्रोजेक्ट असलान’ ने कृषि और खनन क्षेत्रों में 56 लाख डॉलर का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है।
अप्रैल महीने में टाटा कम्युनिकेशंस लिमिटेड ने नीदरलैंड में 1.12 अरब डॉलर, जेएसडब्ल्यू नियो एनर्जी ने सिंगापुर में 78.06 करोड़ डॉलर, भारतीय जीवन बीमा निगम ने श्रीलंका में 68.55 करोड़ डॉलर और संवर्धन मदर्सन इंटरनेशनल ने मॉरीशस में 77.2 करोड़ डॉलर का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई।
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