नयी दिल्ली, 15 जून (भाषा) भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक ने तीन माह की गर्भवर्ती महिलाओं को बैंक की नौकरी से जुड़ने के लिए ‘अस्थायी रूप से अनफिट’ करार दिया है। हालांकि, बैंक के इस कदम की विभिन्न संगठनों ने कड़ी आलोचना की है।
बैंक ने हाल में किसी उम्मीदवार को नौकरी में लेने के लिए शारीरिक स्वास्थ्य से संबंधित दिशानिर्देश और मापदंड तय किए हैं। इनके अनुसार, नौकरी के लिए चयनित महिला की डिलिवरी के छह सप्ताह बाद फिर जांच कराई जाएगी और उसके बाद ही उसे नौकरी पर आने की अनुमति दी जाएगी।
दिशानिर्देश में कहा गया है कि यदि किसी महिला उम्मीदवार की स्वास्थ्य जांच में पाया जाता है कि वह 12 सप्ताह की गर्भवती है, तो उसे नौकरी से जुड़ने के लिए अनुपयुक्त माना जाएगा। डिलिवरी के छह सप्ताह बाद महिला की फिर जांच होगी और उसके बाद ही उसे नौकरी पर लिया जाएगा।
ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वूमंस एसोसिएशन (एआईडीडब्ल्यूए) ने इंडियन बैंक के महिला विरोध रवैये की कड़ी आलोचना की है।
ऑल इंडिया वर्किंग वूमन फोरम ने भी इस फैसले को प्रतिगामी कदम बताते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा है।
भाषा अजय अजय रमण
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