नयी दिल्ली, सात अप्रैल (भाषा) बिजली मंत्री आर के सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत जल्दी ही 2,000 मेगावॉट क्षमता की अपतटीय पवन ऊर्जा परियोजनाओं के लिये बोली आमंत्रित करेगा।
सिंह ने स्वच्छ ऊर्जा मंत्री स्तरीय सम्मेलन में कहा, ‘‘अपतटीय पवन ऊर्जा के बिना हमारी यात्रा अधूरी है। हम गुजरात में 1,000 मेगावॉट क्षमता की परियोजना के लिये बोली आमंत्रित करेंगे। उसके बाद तमिलनाडु में 1,000 मेगावॉट क्षमता के लिये बोली आमंत्रित की जाएगी।’’
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय निवेशकों से आगे आने और अपतटीय पवन ऊर्जा में निवेश करने का आग्रह किया।
मंत्री ने देश में हरित हाइड्रोजन के उत्पादन को गति देने के लिये 9,000 मेगावॉट इलेक्ट्रोलाइजर विनिर्माण क्षमता के लिये बोली आमंत्रित करने की योजना के बारे में जानकारी दी।
इलेक्ट्रोलाइजर उपकरण है जो बिजली का उपयोग कर पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विभाजित करने का काम करता है।
सिंह ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भंडारण (बैटरी) और स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं के वित्त पोषण के लिये कोष बनाने का भी आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि देश में स्वच्छ ऊर्जा क्षमता फिलहाल 1,60,000 मेगावॉट है। और अगर महामारी नहीं आती तो यह 10,000-15,000 मेगावॉट और अधिक होता।
बिजलीघरों में कोयले की कमी के बारे में सिंह ने कहा कि भारत कोयला भंडार की स्थिति से निपटने में सक्षम है।
भाषा रमण पाण्डेय
पाण्डेय
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