वाशिंगटन, 12 अप्रैल (भाषा) भारत और अमेरिका ने मंगलवार को व्यापार से जुड़ी चिंताओं को दूर करने, द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने, बाजार पहुंच बाधाओं को समाप्त करने तथा कारोबार सुगमता में सुधार का संकल्प जताया।
सोमवार को यहां भारत-अमेरिका के रक्षा और विदेश मंत्रियों की बातचीत के समापन पर जारी एक संयुक्त बयान में यह भी कहा गया कि दोनों देशों ने अत्याधुनिक संचार प्रौद्योगिकी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम विज्ञान, सेमीकंडक्टर और जैव प्रौद्योगिकी जैसी महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों (सीईटी) में सहयोग को आगे बढ़ाने को लेकर एक रूपरेखा तैयार करने का निर्णय किया।
बैठक में अमेरिका का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने तथा भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया।
इस बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच ‘डिजिटल’ माध्यम से बैठक हुई थी।
बयान के अनुसार, मंत्रियों ने आर्थिक वृद्धि को आगे बढ़ाने और दोनों देशों के लिये पारस्परिक समृद्धि को लेकर भारत-अमेरिका साझेदारी के वाणिज्यिक और आर्थिक स्तंभ को मजबूत करने के महत्व पर जोर दिया।
दोनों पक्षों ने पिछले वर्ष के दौरान द्विपक्षीय व्यापार के पटरी पर आने और वस्तुओं के व्यापार के 113 अरब डॉलर के पार निकलने की सराहना की।
बयान के अनुसार, उन्होंने भारत-अमेरिका व्यापार नीति मंच (टीपीएफ) की 12वीं मंत्रिस्तरीय बैठक और द्विपक्षीय व्यापार का विस्तार करने, बाजार पहुंच बाधाओं को दूर करने तथा व्यापार सुगमता में सुधार को लेकर कार्यसमूह चर्चा के नवीनीकरण का भी स्वागत किया।
दोनों पक्षों ने निजी क्षेत्र के निवेश को सुगम बनाने के लिये पारदर्शी और भरोसेमंद व्यापार के माहौल के महत्व को दोहराया।
अमेरिका ने भारत में हाल में किये गये आर्थिक सुधारों की सराहना भी की।
भाषा
रमण अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.