(तस्वीर के साथ)
ऑकलैंड, पांच नवंबर (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि भारत और अमेरिका प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते के लिए लगातार चर्चा जारी है।
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘ बातचीत अच्छी चल रही है…और लगातार जारी है…कई संवेदनाशील मुद्दे हैं, कई गंभीर मुद्दे हैं तो स्वाभाविक है कि थोड़ा समय लगेगा।’’
वह समझौते पर भारत-अमेरिका वार्ता की प्रगति के बारे में पूछे गए प्रश्न का उत्तर दे रहे थे।
गोयल चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर यहां आए हैं। वह एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।
अमेरिका और भारत के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण के लिए अब तक पांच दौर की वार्ता पूरी हो चुकी है।
वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में भारतीय अधिकारियों का एक दल पिछले महीने अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ व्यापार वार्ता करने के लिए वॉशिंगटन गया था। तीन दिवसीय वार्ता 17 अक्टूबर को समाप्त हुई।
इस वर्ष फरवरी में, भारत और अमेरिका के नेताओं ने अधिकारियों को एक प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर बातचीत करने का निर्देश दिया था। उन्होंने समझौते के पहले चरण को 2025 की शरद ऋतु तक पूरा करने की समय सीमा तय की है।
ये विचार-विमर्श महत्वपूर्ण हैं क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत का भारी-भरकम शुल्क लगाए जाने के बाद से दोनों देशों के बीच संबंध काफी तनावपूर्ण हो गए हैं। इसमें रूसी कच्चे तेल की खरीद पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त आयात शुल्क भी शामिल है।
प्रस्तावित समझौते का लक्ष्य द्विपक्षीय व्यापार को वर्तमान 191 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़ाकर 2030 तक 500 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाना है।
अमेरिका लगातार चौथे वर्ष 2024-25 में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना रहेगा जिसका द्विपक्षीय व्यापार 131.84 अरब अमेरिकी डॉलर (86.5 अरब अमेरिकी डॉलर का निर्यात) रहा। भारत के कुल वस्तु निर्यात में इसका लगभग 18 प्रतिशत, आयात में 6.22 प्रतिशत और देश के कुल वस्तु व्यापार में 10.73 प्रतिशत का योगदान है।
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका द्वारा लगाए गए उच्च शुल्क के कारण सितंबर में भारत का अमेरिका को वस्तु निर्यात 11.93 प्रतिशत घटकर 5.46 अरब डॉलर रह गया जबकि आयात 11.78 प्रतिशत बढ़कर 3.98 अरब डॉलर हो गया।
भाषा निहारिका अजय
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