मुंबई, 17 फरवरी (भाषा) इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (इंडा-रा) ने 2022-23 के लिए भारत के बैंकिंग क्षेत्र के परिदृश्य को ‘स्थिर’ से ‘सुधरता’ कर दिया है। रेटिंग एजेंसी का मानना है कि देश के बैंकिंग क्षेत्र को बेहतर ऋण मांग और मजबूत बही-खाते की वजह से मदद मिली है।
एजेंसी ने अगले वित्त वर्ष 2022-23 के लिए बैंकों की ऋण वृद्धि 10 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। इसके अलावा अगले वित्त वर्ष में बैंकों की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (जीएनपीए) अनुपात 6.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
इंडिया रेटिंग्स ने कहा, ‘‘हमने अगले वित्त वर्ष के लिए बैंकिंग क्षेत्र के कुल परिदृश्य को स्थिर से सुधरता कर दिया है। इस समय बैंकिंग क्षेत्र की सेहत दशकों में सबसे अच्छी है। बैंकों की सेहत में सुधार 2019-20 में शुरू हुआ था और इसके 2022-23 में भी जारी रहने की उम्मीद है।’’
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र के महत्वपूर्ण वित्तीय मानकों में सुधार जारी रहेगा। बैंकों के बही-खाते में सुधार और ऋण मांग बेहतर रहने से बैंकिंग क्षेत्र के परिदृश्य अच्छा हुआ है।
इंडिया रेटिंग्स का मानना है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक विभिन्न क्षेत्रों में वृद्धि के अवसर तलाशेंगे और उन्हें कर्ज की वसूली से लाभ होगा। उनका मुनाफा पिछले छह साल में सबसे ऊंचा है।
भाषा अजय अजय पाण्डेय
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