तिरुपति (आंध्र प्रदेश), 17 अप्रैल (भाषा) सोलहवें वित्त आयोग के चेयरमैन अरविंद पनगढ़िया ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत को उच्च आय वाली अर्थव्यवस्था में बदलने के लिए अगले 24 साल में लगातार 7.8 प्रतिशत की औसत वार्षिक वृद्धि दर हासिल करने की आवश्यकता है।
पनगढ़िया ने यह भी कहा कि देश को विकसित भारत बनने के लिए अपनी वर्तमान सकल राष्ट्रीय आय को प्रति व्यक्ति आठ गुना बढ़ाना होगा।
उन्होंने आईआईटी-तिरुपति में अपने संबोधन में कहा, ‘‘इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अगले 24 वर्षों में 7.8 प्रतिशत की निरंतर औसत सालाना वृद्धि दर की आवश्यकता होगी।’’
इस लक्ष्य की व्यावहारिकता के बारे में विस्तार से बताते हुए पनगढ़िया ने पिछले दो दशको में भारत की वृद्धि के रुझानों का हवाला दिया, जहां जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि न केवल आठ से नौ प्रतिशत रही, बल्कि देश वैश्विक वित्तीय संकट, कोविड महामारी और अन्य कई बाधाओं को भी पार करने में सफल रहा।
उन्होंने जनसंख्या संबंधी लाभ जैसे प्रमुख कारकों का जिक्र किया, जो देश में भविष्य की वृद्धि का समर्थन करते हैं।
हालांकि, उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में सुधार अधिक धीमी गति से आगे बढ़ते हैं। भारत ने बुनियादी ढांचे के विकास जैसे प्रमुख क्षेत्रों में लगातार प्रगति की है।
उन्होंने कहा, ‘‘अटल सेतु और नए संसद भवन जैसी ऐतिहासिक परियोजनाएं बड़े पैमाने पर परियोजनाओं को हकीकत रूप देने की भारत की बढ़ती क्षमता को बताती हैं। अब निजी उद्यमों को बढ़ाने और उच्च उत्पादकता वाले क्षेत्रों, विशेष रूप से विनिर्माण में रोजगार में सुधार करने की तत्काल आवश्यकता है।’’
भाषा रमण अजय
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