नयी दिल्ली, सात मार्च (भाषा) भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) गिरीश चंद्र मुर्मू और मालदीव के महालेखा परीक्षक हुसैन नियाजी ने सोमवार को एक बैठक में दोनों संस्थानों के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए ठोस कदमों पर चर्चा की।
दोनों ने समझौता ज्ञापन (एमओयू) के तहत पेशेवर क्षमताओं को मजबूत करने और लेखा परीक्षा पद्धति में सुधार करने के लिए आपसी सहयोग को लेकर भी बातचीत की।
मुर्मू ने इस दौरान इस समझौते के तहत मालदीव के साथ शिमला में स्थित राष्ट्रीय लेखा परीक्षा और लेखा अकादमी (एनएएए), नोएडा के इंटरनेशनल सेंटर फॉर इन्फॉर्मेशन सिस्टम्स एंड ऑडिट (आईसीआईएसए) और जयपुर स्थित इंटरनेशनल सेंटर फॉर एनवायरनमेंट ऑडिट एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट (आईसीईडी) के जरिये जानकारी और क्षमता विकास को साझा करने की अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई।
भाषा जतिन अजय
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