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शुक्रवार, 18 अप्रैल, 2025
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भारत विनिर्मित इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों को विश्व स्तर पर मान्यता मिल रही: केंद्रीय मंत्री वैष्णव

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मानेसर (हरियाणा), 18 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को कहा कि नीतियों तथा प्रोत्साहनों के कारण पिछले दशक में भारत के इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण और निर्यात में कई गुना वृद्धि हुई है।

उन्होंने कहा कि भारत में विनिर्मित उत्पादों को अब उनकी विश्वसनीयता और बौद्धिक संपदा अधिकारों के प्रति सम्मान से वैश्विक मान्यता मिल रही है।

मानेसर में वीवीडीएन टेक्नोलॉजीज की एसएमटी (सरफेस माउंट टेक्नोलॉजी) लाइन का उद्घाटन करते हुए मंत्री ने कहा कि पिछले दशक में भारत में इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण पांच गुना होकर 11 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है।

इस अवधि में निर्यात में छह गुना वृद्धि हुई है, जो 3.25 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है। पूरे क्षेत्र को मिलाकर 25 लाख नौकरियों का सृजन हुआ है।

उन्होंने कहा, ‘‘ वैश्विक बाजार में भारतीय उत्पादों को उनकी विश्वसनीयता और बौद्धिक संपदा अधिकारों के प्रति सम्मान के कारण लाभ प्राप्त है और इसे विश्व स्तर पर मान्यता मिल रही है।’’

मंत्री ने कहा कि भारत की डिजाइन क्षमताओं ने जटिल उत्पादों कृत्रिम मेधा से लैस कैमरों से लेकर मोटर वाहन इलेक्ट्रॉनिक तथा दूरसंचार नेटवर्क उपकरण से लेकर पावर इलेक्ट्रॉनिक तक के लिए मार्ग प्रशस्त किया है। इससे ‘इलेक्ट्रॉनिक हब’ के रूप में भारत का कद बढ़ा है।

वैष्णव ने कहा, ‘‘ हाल ही में मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृत इलेक्ट्रॉनिक घटक प्रोत्साहनों से इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण परिवेश में सुधार होगा, जिससे अधिक अवसर उत्पन्न होंगे।’’

वैष्णव ने शुक्रवार को ग्लोबल इनोवेशन पार्क में वीवीडीएन टेक्नोलॉजीज की नई सरफेस माउंट टेक्नोलॉजी (एसएमटी) लाइन के साथ-साथ मानेसर में मैकेनिकल इनोवेशन पार्क का उद्घाटन भी किया।

कंपनी ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, यह उन्नत बुनियादी ढांचा वीवीडीएन को एआई सर्वर, नेटवर्किंग उपकरण और मदरबोर्ड जैसे बड़े और जटिल उत्पादों का विनिर्माण करने में सक्षम बनाएगा। इससे आयात निर्भरता कम करने और भारत की आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।

वहीं 1,50,000 वर्ग फुट में फैले मैकेनिकल इनोवेशन पार्क में मोल्ड तथा टूल-मेकिंग सेटअप, वायर-कट मशीन और आधुनिक इंजेक्शन मोल्डिंग मशीनें होंगी। इससे एक पूरी तरह से एकीकृत ‘मैकेनिकल डिजाइन-टू-मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम’ तैयार होगा।

वैष्णव ने मानेसर संयंत्र के दौरे पर वीवीडीएन के कर्मचारियों से भी बातचीत की।

भाषा निहारिका रमण

रमण

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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