नयी दिल्ली, आठ अगस्त (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि भारत अमेरिका सहित कई देशों के साथ व्यापार समझौतों पर बातचीत कर रहा है और व्यापार के मोर्चे पर कई भारत के साथ जुड़ने को इच्छुक हैं।
उन्होंने भरोसा जताया कि वित्त वर्ष 2025-26 में भारत का निर्यात पिछले वर्ष के आंकड़ों से अधिक होगा।
वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का वस्तु और सेवा निर्यात 82.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर पर रहा।
उन्होंने कहा, ‘हम ओमान, यूरोपीय संघ, अमेरिका, चिली, पेरू, न्यूजीलैंड समेत कई देशों के साथ बातचीत कर रहे हैं। कई अन्य देश भारत के साथ बातचीत शुरू करना चाहते हैं।’
गोयल ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘आज पूरी दुनिया भारत की ताकत और हमारी विशाल आबादी को पहचानती है। 140 करोड़ लोग मिलकर एक बहुत बड़ी मांग और एक विशाल घरेलू बाजार बनाते हैं। अगर ऐसा नहीं होता, तो आप ही सोचिए कि हर कोई भारत के साथ व्यापार करने या यहां के बाजार तक बेहतर पहुंच बनाने के लिए इतना उत्सुक क्यों होता।’
भारत और अमेरिका मार्च से द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। अगले दौर की वार्ता के लिए, एक अमेरिकी दल 25 अगस्त से भारत आने वाला है।
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि भारत ने हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात, मॉरीशस, ऑस्ट्रेलिया, ईएफटीए (यूरोपीय मुक्त व्यापार क्षेत्र) और ब्रिटेन सहित कई देशों के साथ व्यापार समझौते किए हैं।
गोयल से जब पूछा गया कि भारत मौजूदा वैश्विक व्यापार व्यवस्था और अमेरिका द्वारा लगाए गए अतिरिक्त शुल्क से कैसे निपटेगा, तो उन्होंने कहा, ‘मुझे वैश्वीकरण में कोई कमी नहीं दिखती। मैं देख रहा हूं कि देश अपने व्यापार मार्गों और साझेदारों को नए सिरे से तैयार कर रहे हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि इस साल भारत का निर्यात पिछले साल से ज्यादा होगा।’
उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है और विश्व भारत की ओर देख रहा है।
गोयल ने कहा, ‘पूरी दुनिया हमें सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में पहचानती है। हम वैश्विक वृद्धि में 16 प्रतिशत का योगदान दे रहे हैं, हमारी मुद्रास्फीति अन्य उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में दुनिया में सबसे कम है…। हमारी वृहद आर्थिक बुनियाद सबसे अच्छी है।’
उन्होंने कहा, ‘भारत आज अधिक मजबूत है, अधिक आत्मविश्वास से भरा है, अधिक सम्मानित है।’
भारत 6.5 प्रतिशत की दर से वृद्धि कर रहा है और हम निश्चित रूप से उन लोगों के साथ व्यापारिक समझौते करेंगे जिनके साथ हम एक-दूसरे के पूरक हो सकते हैं।
ये टिप्पणियां इसलिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि भारत एक ‘मृत अर्थव्यवस्था’ है।
वैश्विक व्यापार के बारे में उन्होंने कहा,’अंतरराष्ट्रीय व्यापार हमेशा नए रास्ते खोजता है और ‘आज जो हम देख रहे हैं, वह शायद हर कुछ साल में होने वाला बदलाव है। हर कुछ साल में कुछ नए देश उभरते हैं, कुछ देश पीछे चले जाते हैं और यह राष्ट्रों के इतिहास का हिस्सा है।’
ट्रंप के शुल्क पर उनके विचार पूछे जाने पर गोयल ने कहा कि भारत संकट में अवसर तलाशता है।
उन्होंने कोरोना काल का उदाहरण देते हुए कहा, ‘देश का मनोबल ऊंचा है… भारतीय अर्थव्यवस्था में काफी मजबूती है… भारत (किसी भी तरह के संकट में) विजेता बनकर उभरेगा।’
सरकारी खरीद पर भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौते और स्कॉच व्हिस्की पर शुल्क कटौती के संबंध में कुछ चिंताओं पर वाणिज्य मंत्री ने कहा कि कोई चिंता नहीं है और भारतीय कंपनियों को भी ब्रिटेन की खरीद प्रणाली में पहुंच मिल रही है।
उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी की भी आलोचना की।
उन्होंने कहा, ‘यह बहुत दुखद है… यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।’
गोयल ने विपक्षी दलों की भी आलोचना करते हुए कहा कि वे संसद की कार्यवाही को चलने नहीं दे रहे हैं। ‘वे फर्जी कहानियां गढ़ रहे हैं।’
चुनावों में धांधली के गांधी के आरोपों पर गोयल ने कहा कि ये बेतुकी टिप्पणियां हैं।
उन्होंने कहा कि भारत का निर्वाचन आयोग दुनिया भर में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए जाना जाता है।
भाषा योगेश रमण
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