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Sunday, 22 September, 2024
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भारत विभिन्न देशों के साथ द्विपक्षीय निवेश समझौतों पर कर रहा है बातचीत

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नयी दिल्ली, एक फरवरी (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत विदेशी पूंजी प्रवाह को बढ़ावा देने के मकसद से विभिन्न देशों के साथ द्विपक्षीय निवेश समझौतों पर बातचीत कर रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) 2005-14 के दौरान प्राप्त प्रवाह की तुलना में 2014-23 के दौरान दोगुना होकर 596 अरब डॉलर हो गया।

सीतारमण ने 2024-25 का अंतरिम बजट पेश करते हुए कहा , ‘‘ भारत को पहले विकसित करने की भावना के साथ हम निरंतर विदेशी निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए अपने विदेशी भागीदारों के साथ द्विपक्षीय निवेश समझौतों पर बातचीत कर रहे हैं।’’

उल्लेखनीय है कि भारत ब्रिटेन जैसे देशों के साथ द्विपक्षीय निवेश समझौतों पर बातचीत कर रहा है।

ये निवेश समझौते एक-दूसरे के देशों में निवेश को बढ़ावा देने और उसकी सुरक्षा करने में मदद करते हैं।

ये समझौते महत्वपूर्ण हैं क्योंकि भारत पहले ही ब्रिटेन की दूरसंचार कंपनी वोडाफोन और ब्रिटेन की केयर्न एनर्जी पीएलसी के खिलाफ पूर्व तिथि से कर लगाने के मामले में दो अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता मामले हार चुका है।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पूंजी निवेश इक्विटी प्रवाह चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-सितंबर के दौरान 24 प्रतिशत घटकर 20.48 अरब डॉलर रहा।

कुल एफडीआई समीक्षाधीन अवधि के दौरान 15.5 प्रतिशत घटकर 32.9 अरब डॉलर रहा। कुल एफडीआई में इक्विटी प्रवाह, फिर से निवेश की गयी आय और अन्य पूंजी शामिल है।

शीर्ष निवेशक देशों में सिंगापुर, मॉरीशस, अमेरिका, ब्रिटेन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) शामिल हैं।

भाषा

रमण अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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