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Wednesday, 17 September, 2025
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नवंबर तक भारत-अमेरिका व्यापार समझौता होने की भारत को उम्मीदः गोयल

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नयी दिल्ली/ मुंबई, दो सितंबर (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को उम्मीद जताई कि भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौता (बीटीए) इस साल शरद ऋतु या नवंबर तक पूरा हो जाएगा।

गोयल ने मुंबई में वार्षिक वैश्विक निवेशक सम्मेलन को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच इस समझौते को लेकर जारी बातचीत में ‘थोड़े बहुत’ भू-राजनीतिक मुद्दों ने व्यापारिक मसलों को पीछे छोड़ दिया था।

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि हालात जल्द ही पटरी पर लौटेंगे और हमारे दोनों नेताओं के बीच फरवरी में हुई चर्चा के अनुरूप हम शरद ऋतु या नवंबर तक द्विपक्षीय व्यापार समझौते को पूरा कर लेंगे।’’

गोयल ने कहा कि दुनिया भर में भारत के साथ व्यापार और कारोबारी संबंधों को विस्तार देने के लिए उत्साह है।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत पहले ही ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), मॉरीशस, ब्रिटेन और यूरोपीय देशों के चार सदस्यीय समूह ईएफटीए के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) कर चुका है।’’

इससे पहले गोयल ने यहां उद्योग मंडल के एक कार्यक्रम में भी भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर उम्मीद जताई। उन्होंने कहा, “बहुत कुछ हुआ है, बहुत कुछ करना बाकी है… अमेरिका के साथ हम बीटीए पर बातचीत कर रहे हैं।”

यह बयान अमेरिका की तरफ से भारतीय उत्पादों पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाने से उपजे विवाद को देखते हुए अहम है। इस विवाद के बीच अमेरिका ने व्यापार समझौते पर छठे दौर की वार्ता के लिए 25 अगस्त से प्रस्तावित अपना भारतीय दौरा भी स्थगित कर दिया।

अब तक छठे दौर की वार्ता के लिए नयी तारीख तय नहीं हुई है। इस व्यापार समझौते को लेकर मार्च से शुरू हुई वार्ता की पांच दौर की बैठकें पूरी हो चुकी हैं।

इस बीच, अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा है कि भारत और अमेरिका आखिरकार इस मुद्दे का हल निकाल लेंगे।

बेसेंट ने अमेरिकी समाचार चैनल ‘फॉक्स न्यूज’ से कहा, “भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला लोकतंत्र है और उसके मूल्य हमारे और चीन के ज्यादा करीब हैं, रूस से नहीं।”

हालांकि, अमेरिकी वित्त मंत्री ने भारत की ओर से रूसी कच्चा तेल खरीदने और उसे रिफाइन कर आगे बेचने को लेकर आलोचना भी की।

भारत ने अपने रुख का बचाव करते हुए कहा है कि उसकी ऊर्जा खरीद पूरी तरह राष्ट्रीय हित और बाजार की जरूरतों पर आधारित है। भारत ने अमेरिका द्वारा लगाए गए शुल्क को ‘अनुचित और अव्यावहारिक’ बताया है।

गोयल ने अपने संबोधन में कहा कि भारत की आपूर्ति शृंखलाएं मजबूत हैं और देश किसी दूसरे देश की ‘कृपा’ पर निर्भर नहीं है। उन्होंने कहा कि यह भारत को आत्मनिर्भर बना रहा है और युवा पीढ़ी का आत्मविश्वास बढ़ा है।

भारत-यूरोपीय संघ (ईयू) व्यापार समझौते पर गोयल ने कहा कि बातचीत उन्नत चरण में है। उन्होंने बताया कि वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल इस समय ब्रसेल्स में अधिकारियों के साथ वार्ता कर रहे हैं।

भारत और यूरोपीय संघ के बीच एफटीए पर बातचीत का 13वां दौर आठ सितंबर से यहां शुरू होगा।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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