नयी दिल्ली, 20 जुलाई (भाषा) जर्मनी के वाइस चांसलर एवं आर्थिक मामलों व जलवायु कार्रवाई मंत्री रॉबर्ट हैबेक ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत और जर्मनी द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों देश कंपनियों के बीच निवेश तथा सहयोग भी बढ़ाना चाहते हैं।
रॉबर्ट हैबेक बृहस्पतिवार को तीन दिन की यात्रा पर भारत पहुंचे।
‘इंडो-जर्मन बिजनेस फोरम’ के मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए हैबेक ने कहा कि जर्मनी का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार चीन है और जर्मनी तथा यूरोप की कई कंपनियों ने उस देश में निवेश किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ यह एक बहुत बड़ा बाजार है और भारत तथा अमेरिका के लिए भी यही बात लागू होती है। दूसरी ओर हम देखते हैं कि केवल एक बाजार पर निर्भर रहना जोखिम भरा हो सकता है और आर्थिक मुद्दे राजनीतिक रूप से तटस्थ नहीं हों तो भी… आर्थिक संबंधों में हित आपस में जुड़े हुए हैं।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘ हम चीन से अलग नहीं हो सकते’’ लेकिन जोखिम कम करना और विविधीकरण सबसे महत्वपूर्ण है।
हैबेक ने कहा कि इसका मतलब है कि अन्य साझेदारियां, भारत-जर्मनी की भागीदारी और अन्य भी काफी महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि वह भारतीय पक्ष के साथ अपनी बैठकों में आर्थिक मामलों पर विचार-विमर्श करेंगे।
भाषा निहारिका अजय
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