नयी दिल्ली, 23 मई (भाषा) भारत ने ब्रिक्स समूह के सदस्य देशों से व्यापार को बढ़ावा देने के लिए समूह के भीतर निर्यात नियंत्रण को खत्म करने का आग्रह किया है। शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
ब्राजील में 15वीं ब्रिक्स व्यापार मंत्रियों की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए, वाणिज्य विभाग में आर्थिक सलाहकार यशवीर सिंह ने महत्वपूर्ण आपूर्ति शृंखलाओं को बाधित करने वाले प्रतिबंधात्मक व्यापारिक कदमों को खत्म करने की जरूरत पर बल दिया।
वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, “भारत ने इस मंच का उपयोग ब्रिक्स सदस्यों के बीच निर्यात नियंत्रण का विरोध करने के लिए किया, जिससे समूह के भीतर आपसी सहयोग को बढ़ावा मिले।”
चूंकि भारत 2026 में ब्रिक्स की अध्यक्षता संभालने की तैयारी कर रहा है, इसलिए उसने महत्वपूर्ण व्यापार मुद्दों के समाधान में ब्राजील की अध्यक्षता में मामलों को सुलझाने के दृष्टिकोण की सराहना की।
ब्रिक्स एक अंतर-सरकारी संगठन है जिसमें 10 देश – ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, इंडोनेशिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) शामिल हैं।
भारत के ‘30 के लिए 30’ प्रस्ताव पर भी जोर दिया गया, जिसके तहत 2025 में विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की 30वीं वर्षगांठ मनाने के लिए 30 वृद्धिशील सुधार शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।
बयान के अनुसार, “भारत ने विकसित देशों से पर्याप्त वित्तीय संसाधनों के साथ पर्यावरण की दृष्टि से स्वस्थ प्रौद्योगिकियों (ईएसटी) का रियायती हस्तांतरण सुनिश्चित करने का आग्रह किया।”
भारत ने कृत्रिम मेधा (एआई) पर वैश्विक भागीदारी और जी20 जैसे मंचों के तहत डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, एआई और साइबर सुरक्षा में वैश्विक सहयोग के लिए भी अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
भाषा अनुराग रमण
रमण
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.