नयी दिल्ली, 18 अक्टूबर (भाषा) भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने बुधवार को कहा कि भारत और अमेरिका समाज की बेहतरी के लिए लोगों को प्रौद्योगिकी क्रांति के केंद्र में रखकर काम कर रहे हैं।
गार्सेटी ने ‘द टेकसर्ज इंडिया सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका और भारत प्रौद्योगिकी के एक ऐसे नजरिये को साथ लेकर चल रहे हैं जो दोनों देशों को विभाजित करने के बजाय उन्हें जोड़ने का काम रहा है।
गार्सेंटी ने कहा, ‘‘इस दुनिया में कोई भी ऐसे दो देश नहीं हैं जो मिलकर इस काम को बेहतर ढंग से कर सकते हैं और एक की कमजोरियों को दूसरे की ताकत से भर सकते हैं। दोनों देश दुनिया को एक ऐसा मॉडल दिखा सकते हैं जिसमें लोगों को प्रौद्योगिकी क्रांति के केंद्र में रखने वाले लोकतांत्रिक मूल्यों की अहमियत हो। यह प्रौद्योगिकी हमारा नुकसान पहुंचाने के बजाय हमारी सुरक्षा करती है।’’
उन्होंने जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान वैश्विक दक्षिण की आवाज को बुलंद करने के लिए भारत के नेतृत्व की सराहना भी की। यह सम्मेलन दिल्ली में 9-10 सितंबर को आयोजित किया गया था।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.