नयी दिल्ली, सात सितंबर (भाषा) हाल ही में हुई एयर इंडिया के कुछ विमानों से जुड़ी घटनाओं के बीच एयरलाइन के प्रमुख कैंपबेल विल्सन ने कहा है कि एयर इंडिया समूह के बड़े आकार को देखते हुए ऐसी घटनाओं का होना पूरी तरह से सामान्य है।
विमानन कंपनी अपनी केबिन क्रू को उड़ानों के दौरान सेवा में कमी की भरपाई के लिए यात्रियों को ‘ई-वाउचर’ देने की अनुमति देने की योजना बना रही है।
यह योजना यात्रियों द्वारा सेवा संबंधी समस्याओं, तथा कुछ विमानों में तकनीकी खराबी के कारण उड़ानों के रद्द होने और देरी की शिकायत की पृष्ठभूमि में बनाई गई है।
विल्सन ने कहा कि सभी एयरलाइन कंपनियों की तरह, इसे भी विभिन्न प्रकार की परिचालन स्थितियों का सामना करना पड़ता है, जिनमें से कुछ इसके नियंत्रण में हैं और कुछ नहीं।
उन्होंने पांच सितंबर को कर्मचारियों को एक संदेश में कहा, ‘‘जब हम पर ध्यान केंद्रित होता है, तो समय पर, स्पष्ट और सटीक जानकारी और सही संदर्भ प्रदान करना महत्वपूर्ण है। इसलिए, हाल के हफ्तों में, हम घटनाओं और घटनाओं की रिपोर्ट करने में सामान्य से भी अधिक पारदर्शी रहे हैं, चाहे वे कितनी भी छोटी क्यों न हों।’’
उनके अनुसार, यह पारदर्शिता समय के साथ, विश्वास बनाने में मदद करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआत में जब हम हर छोटी-बड़ी घटना की जानकारी खुले तौर पर देते हैं, तो जाहिर है कि खबरों में हमारा जिक्र बढ़ जाता है। एयर इंडिया समूह हर दिन 1,200 से ज्यादा उड़ानें संचालित करता है, लगभग हर मिनट एक उड़ान। ऐसे में यह सब कुछ ज्यादा लग सकता है। लेकिन हमारे काम के पैमाने और आकार को देखते हुए, ये घटनाएं सामान्य हैं।’’
एयर इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक ने यह भी कहा कि विमानन कंपनी ने अपनी फ्रंटलाइन टीमों को यह अधिकार दिया है कि जब सेवा में कोई कमी हो जाए तो वे यात्रियों को ई-वाउचर दे सकते हैं ताकि उनकी परेशानी का तुरंत समाधान किया जा सके।
उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने केबिन क्रू को भी यह क्षमता प्रदान करने के लिए काम कर रहे हैं, ताकि वे यात्रा के दौरान ग्राहकों को तत्काल समाधान प्रदान कर सकें।’’
एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस से मिलकर बना एयर इंडिया समूह, प्रतिदिन 1,200 से ज़्यादा उड़ानें संचालित करता है।
भाषा योगेश अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.