नयी दिल्ली, छह सितंबर (भाषा) विदेशी व्यापार के दौरान अमेरिकी डॉलर के बजाय रुपये में भुगतान को बढ़ावा देने के लिए वित्त मंत्रालय बुधवार को सभी हितधारकों के साथ एक बैठक करेगा।
इस बैठक में बैंकों के अलावा विदेश मंत्रालय और वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारी भी शामिल होंगे।
भारतीय रिजर्व बैंक, बैंकिंग संगठन आईबीए और उद्योग संगठनों के प्रतिनिधि भी इसमें शिरकत करेंगे। वित्तीय सेवा सचिव संजय मल्होत्रा बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, बैंकों से निर्यातकों को रुपये में व्यापार करने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा जाएगा।
रिजर्व बैंक ने गत जुलाई में एक विस्तृत परिपत्र जारी करते हुए कहा था कि बैंकों को भारतीय रुपये में निर्यात एवं आयात संबंधी लेनदेन करने के लिए अतिरिक्त इंतजाम करने चाहिए। भारतीय रुपये में वैश्विक कारोबारी समुदाय की बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए आरबीआई रुपये में विदेशी लेनदेन को प्रोत्साहन देना चाहता है।
इससे रुपये को अंतररीष्ट्रीय स्तर पर लेनदेन के लिए अहम मुद्रा बनाने में मदद मिलेगी। इस समय भारत और रूस के बीच हो रहे व्यापार के बड़े हिस्से का लेनदेन रुपये में ही हो रहा है।
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