नयी दिल्ली, 29 अक्टूबर (भाषा) एमएमटीसी-पीएएमपी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि आयात शुल्क में हाल में की गई कटौती और पारंपरिक खरीद पद्धति के कारण धनतेरस के प्रमुख त्योहार के दौरान देश में सोने की मांग मजबूत हुई है।
एमएमटीसी-पीएएमपी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विकास सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘हमारे शुद्ध सोने के उत्पादों की निरंतर मांग के साथ, इस धनतेरस सत्र में सोने के लिए बाजार धारणा मजबूत बनी हुई है।’’
उन्होंने कहा कि आयात शुल्क को 15 प्रतिशत से घटाकर छह प्रतिशत करने से त्योहारी मौसम की खरीदारी बढ़ गई है, क्योंकि उपभोक्ता उच्च शुद्धता वाले सोने के उत्पादों को अधिक पसंद कर रहे हैं।
सिंह ने कहा, ‘‘गुणवत्ता और शुद्धता को लेकर ग्राहकों की प्राथमिकता उनके खरीद निर्णयों में एक प्रमुख वजह बनी हुई है। विशेष रूप से हमारे 99.99 प्रतिशत से अधिक शुद्धता वाले 24 कैरेट सोने के उत्पादों के लिए ग्राहक काफी रुचि दिखा रहे हैं।’’
सिंह ने कहा कि आने वाले शादी के मौसम में भी सकारात्मक गति जारी रहने की उम्मीद है, जो परंपरागत रूप से भारत की वार्षिक सोने की खपत का लगभग आधा हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि मौसमी कारकों से परे, सोने की मांग साल भर की सांस्कृतिक प्रथाओं से भी लाभान्वित होती है।
भारत दुनिया के सबसे बड़े सोने के उपभोक्ताओं में से एक है।
भाषा राजेश राजेश अजय
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