(ललित के झा)
वाशिंगटन, 20 अप्रैल (भाषा) अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों के दौरान कई प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर आम सहमति बनाने में जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत द्वारा निभाई गई भूमिका की व्यापक सराहना की गई। भारत के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
भारत ने 9-10 सितंबर तक नयी दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की। शिखर सम्मेलन ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर प्रमुख मतभेदों को दूर करते हुए आम सहमति से 37 पेज के घोषणा पत्र को अपनाया और वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए।
आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ ने आईएमएफ और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों के मौके पर शुक्रवार को पीटीआई-भाषा को बताया, “वैश्विक स्तर के लिए प्रासंगिक कई मुद्दों पर आम सहमति बनाने में जी-20 में भारत की अध्यक्षता की व्यापक सराहना हो रही है।”
मौजूदा लोकसभा चुनाव के कारण केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आईएमएफ और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक में शामिल नहीं हो रही हैं।
उनके स्थान पर इस बार भारतीय प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) गवर्नर शक्तिकान्त दास और आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ सहित वरिष्ठ सरकारी अधिकारी कर रहे हैं।
भाषा अनुराग पाण्डेय
पाण्डेय
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