नयी दिल्ली, 26 अप्रैल (भाषा) आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का शुद्ध लाभ पिछले वित्त वर्ष (2024-25) की जनवरी-मार्च तिमाही में 58 प्रतिशत घटकर 304 करोड़ रुपये रह गया। बैंक ने बताया कि प्रावधानों में वृद्धि के कारण उसका मुनाफा घटा है।
निजी क्षेत्र के इस बैंक का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2023-24 की इसी तिमाही में 724 करोड़ रुपये रहा था।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने शनिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि समीक्षाधीन तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 11,308 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 9,861 करोड़ रुपये थी।
आलोच्य तिमाही में उसकी ब्याज आय बढ़कर 9,413 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 8,219 करोड़ रुपये थी।
परिसंपत्ति गुणवत्ता के मोर्चे पर बैंक का सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) अनुपात मामूली रूप से सुधरकर 1.87 प्रतिशत हो गया, जो एक साल पहले 1.88 प्रतिशत था।
इसी तरह, इसका शुद्ध एनपीए या खराब ऋण घटकर 0.53 प्रतिशत हो गया, जो पिछले वर्ष की मार्च तिमाही में 0.60 प्रतिशत था।
हालांकि, कर को छोड़कर कुल प्रावधान दोगुना होकर 1,450 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 722 करोड़ रुपये था।
पिछले वित्त वर्ष के लिए, बैंक का शुद्ध लाभ 48 प्रतिशत घटकर 1,525 करोड़ रुपये रह गया जो इससे पिछले वर्ष में 2,957 करोड़ रुपये था। मुनाफे में यह गिरावट मुख्य रूप से सूक्ष्म-वित्त उद्योग में समस्याओं के कारण थी।
बैंक के निदेशक मंडल ने आगामी वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों की मंजूरी के अधीन 0.25 रुपये प्रति शेयर का लाभांश स्वीकृत किया है।
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