नयी दिल्ली, 26 जुलाई (भाषा) निजी क्षेत्र के आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 32 प्रतिशत घटकर 463 करोड़ रुपये रह गया है। बैंक ने कहा कि सूक्ष्म-वित्त खाते में गिरावट आने से मुनाफा कम हुआ है।
पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 681 करोड़ रुपये रहा था।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने शनिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि उसकी कुल आमदनी समीक्षाधीन तिमाही में बढ़कर 11,869 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 10,408 करोड़ रुपये रहा था।
बैंक की ब्याज से आमदनी बढ़कर 9,642 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष (2024-25) की समान तिमाही में 8,789 करोड़ रुपये थी।
तिमाही के दौरान बैंक की शुद्ध ब्याज आय भी बढ़कर 4,933 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 4,695 करोड़ रुपये थी।
बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता में गिरावट देखी गई क्योंकि सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) जून तिमाही के अंत में सकल कर्ज के 1.97 प्रतिशत पर पहुंच गईं, जो एक साल पहले 1.90 प्रतिशत थीं।
हालांकि, शुद्ध एनपीए या खराब ऋण पिछले वर्ष की समान तिमाही के 0.59 प्रतिशत की तुलना में बढ़कर 0.55 प्रतिशत हो गए।
समीक्षाधीन तिमाही के लिए प्रावधान सूक्ष्म-वित्त खाते में गिरावट के कारण बढ़कर 1,659 करोड़ रुपये हो गए, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 994 करोड़ रुपये थे।
भाषा अनुराग पाण्डेय
पाण्डेय
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