नयी दिल्ली, 21 जुलाई (भाषा) आईडीबीआई बैंक का एकल आधार पर शुद्ध लाभ जून तिमाही में 25 प्रतिशत बढ़कर 756 करोड़ रुपये पर पंहुच गया। फंसे हुए कर्ज में कमी आने से बैंक का लाभ बढ़ा है।
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) द्वारा नियंत्रित निजी क्षेत्र के इस बैंक ने बृहस्पतिवार को बताया कि फंसे हुए कर्ज में कमी आने से उसका लाभ बढ़ा है।
आईडीबीआई बैंक ने 2021-22 की अप्रैल-जून तिमाही में 603.30 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बैंक की कुल आय हालांकि घटकर 5,780.99 करोड़ रुपये रह गई। एक साल पहले की समान तिमाही में यह 6,554.95 करोड़ रुपये थी।
बैंक का सकल गैर निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) आलोच्य तिमाही के दौरान कम होकर सकल अग्रिम का 19.90 फीसदी रह गया, जो 2021-22 की जून तिमाही में 22.71 फीसदी था। इस तरह बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार आया है।
वहीं, पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बैंक का शुद्ध एनपीए 1.67 फीसदी था, जो चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में घटकर 1.25 फीसदी रह गया।
समीक्षाहीन तिमाही में बैंक का फंसे हुए कर्ज और आकस्मिकताओं के लिए प्रावधान 1,751.80 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की समान अवधि में यह 888.05 करोड़ रुपये था।
आईडीबीआई बैंक की समीक्षाधीन अवधि में ब्याज से प्राप्त शुद्ध आय घटकर 2,488 करोड़ रुपये रह हुई। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही मे यह 2,506 करोड़ रुपये थी।
भाषा मानसी जतिन
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