अनंतपुरमु (आंध्र प्रदेश), 10 अगस्त (भाषा) अर्ध-शुष्क ट्रॉपिक्स के लिए अंतरराष्ट्रीय फसल अनुसंधान संस्थान (इक्रिसैट) और वॉलमार्ट फाउंडेशन ने बुधवार को यहां मुद्दलापुरम गांव में एक माध्यमिक प्रसंस्करण इकाई का उद्घाटन किया। यह इकाई स्थानीय किसानों का समर्थन करेगी और उन्हें आजीविका के नए अवसरों के साथ बाजार पहुंच सुविधाएं उपलब्ध करायेगी।
कृषि मूल्य श्रृंखला में विभिन्न स्तरों पर हस्तक्षेप के माध्यम से किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) और छोटे भू-धारक सदस्य-किसानों के लाभ के स्तर में सुधार लाने के लिए इक्रिसैट अपने परियोजना कार्यान्वयन भागीदार एक्सियन फ्रेटरना पारिस्थितिकी केंद्र (एएफईसी) के साथ काम कर रहा है।
यहां जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि ये प्रयास बेहतर फसल पद्धतियों, कटाई के बाद फसल प्रबंधन और छोटे किसानों के लिए खाद्य प्रसंस्करण के नए अवसरों के माध्यम से शुष्क भूमि की खेती को एक लाभदायक उद्यम में बदलने के इक्रिसैट के उद्देश्य के अनुरूप हैं।
माध्यमिक प्रसंस्करण इकाई (एसपीयू) का उद्घाटन राज्य के कृषि मंत्री काकानी गोवर्धन रेड्डी ने किया। एसपीयू मूल्यवर्धित मूंगफली, बाजरा और अन्य पोषण उत्पादों के माध्यम से तमाम अवसरों को पैदा करेगा।
इक्रिसैट और एएफईसी के समर्थन से स्थापित रायथू नेस्टम फूड प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड द्वारा संचालित एसपीयू से 6,000 से अधिक छोटी जोत वाले किसानों के लाभान्वित होने की उम्मीद थी।
बयान में में कहा गया है कि नया केंद्र पांच प्रसंस्करण लाइनों से सुसज्जित है जो पौष्टिक बाजरा और दाल आधारित ‘रेडी-टू-कुक’ और ‘रेडी-टू-ईट फॉर्मूलेशन’ का उत्पादन करेगा।
इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कृषि को अधिक लाभदायक बनाने के लिए समुदाय-प्रबंधित टिकाऊ खेती जैसी कई पहल की हैं।
इक्रिसैट के महानिदेशक जैकलीन डी ‘एरोस ह्यूजेस ने कहा कि भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा अनुमोदित एसपीयू रोजगार प्रदान करेगा, भोजन की बर्बादी को कम करेगा और छोटे किसानों के लिए खाद्य और पोषण सुरक्षा को बढ़ावा देगा।
उन्होंने कहा, ‘‘यह दूरदराज के इलाकों के किसानों को उचित वस्तु मूल्य श्रृंखला तक पहुंचने और आजीविका में सुधार लाने में सक्षम बनाएगा।’’
भाषा राजेश राजेश अजय
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