नयी दिल्ली, 31 मार्च (भाषा) घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा ने कहा है वित्त वर्ष 2022-23 में भारत के वाहन कलपुर्जा उद्योग के 8 से 10 फीसदी की दर से वृद्धि करने की उम्मीद है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि साल की दूसरी छमाही में आपूर्ति-पक्ष के मुद्दे हल होने तथा जिंसों के दाम नीचे आने से यह उद्योग अच्छी वृद्धि दर्ज कर सकेगा।
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि घरेलू मूल उपकरण विनिर्माताओं (ओईएम), कलपुर्जों को बदलने की मांग तथा निर्यात और जिसों की कीमतों में बदलाव से 2021-22 में उद्योग की राजस्व वृद्धि 13-15 प्रतिशत रहेगी।
इक्रा की सहायक उपाध्यक्ष और क्षेत्र प्रमुख (कॉरपोरेट रेटिंग्स) विनुता एस ने कहा, ‘‘घरेलू मूल उपकरण विनिर्माताओं, पुराने कलपुर्जों को बदलने तथा निर्यात से वाहन कलपुर्जों की मांग रहेगी। 2021-22 में विभिन्न वर्गों में घरेलू ओईएम की मांग मिली-जुली रही। दोपहिया वाहनों की मांग में नरमी रही और सेमीकंडक्टर की कमी की वजह से कुल उत्पादन में कमी आई।’’
उन्होंने कहा कि भारतीय वाहन कलपुर्जा उद्योग में निर्यात में वृद्धि बनी हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘इक्रा का मानना है कि सेमीकंडक्टर की कमी का संकट नहीं होता तो 2021-22 में निर्यात में वृद्धि और बेहतर हो सकती थी।’’
उन्होंने कहा कि आपूर्ति श्रृंखला संबंधी मुद्दों के सुलझने और जिंसों की कीमतों में नरमी आने से 2022-23 में राजस्व में आठ से 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है।
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मानसी अजय
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