नयी दिल्ली, तीन मई (भाषा) चार्टर्ड अकाउंटेंट की शीर्ष इकाई आईसीएआई वित्तीय धोखाधड़ी से निपटने में बाजार नियामक सेबी की मदद के लिए एक शोध पत्र तैयार करेगी।
भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) के अध्यक्ष चरणजोत सिंह नंदा ने शनिवार को कहा कि संस्थान वित्तीय धोखाधड़ी से निपटने के संबंध में एक कार्य समूह का गठन करेगा और विभिन्न पहलुओं को अंतिम रूप देने के लिए सेबी के साथ चर्चा करेगा।
नंदा ने पीटीआई-भाषा को बताया कि कार्य समूह भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) को एक शोध पत्र प्रस्तुत करेगा।
नंदा ने शुक्रवार को सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय के साथ बैठक की।
हाल के वर्षों में, खुदरा निवेशकों सहित पूंजी बाजार में निवेश बढ़ा है। साथ ही, वित्तीय गड़बड़ियों और मूल्य हेरफेर के मामले भी सामने आए हैं।
निवेशकों के हितों की रक्षा करने और वित्तीय बाजारों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नियामकों द्वारा जनता को जागरूक करने और धोखाधड़ी पर अंकुश लगाने के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं।
आईसीएआई के 4.35 लाख से अधिक सदस्य और 10 लाख से अधिक छात्र हैं।
भाषा अनुराग पाण्डेय
पाण्डेय
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