नयी दिल्ली, 14 अप्रैल (भाषा) वाणिज्यिक एयर कंडीशनिंग (एसी) बाजार में वृद्धि की पर्याप्त संभावनाएं हैं और तेजी से बढ़ते शहरीकरण, ढांचागत विकास और आर्थिक वृद्धि के कारण इसे समर्थन मिल रहा है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और उपकरण विनिर्माताओं के संगठन सीईएएमए के अध्यक्ष सुनील वाचानी ने यह बात कही।
उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स और उपकरण विनिर्माता संघ (सीईएएमए) के अध्यक्ष ने कहा कि वाणिज्यिक ‘सी’ (गर्मी पैदा करने वाले उपकरण, वायु संचार उपकरण और वातानुकूलन उपकरण) खंड में तेजी से बदलाव देखा जा रहा है। कार्यालयों, खुदरा स्थानों, स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं, आतिथ्य प्रतिष्ठानों और शैक्षिक संस्थानों सहित बुनियादी ढांचे के विकास से इसे बढ़त मिल रही है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, घर के अंदर हवा की गुणवत्ता को लेकर बढ़ती जागरूकता, और आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) और भवन स्वचालित प्रणाली जैसे कारक भी वाणिज्यिक परिदृश्य को नया आकार दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वृद्धि की संभावनाओं के लिहाज से वाणिज्यिक ‘सी’ खंड में महत्वपूर्ण संभावनाएं हैं।
कुछ रिपोर्ट के अनुसार, भारत में वाणिज्यिक ‘सी’ खंड का बाजार आकार लगभग 30 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
कमरे को ठंडा करने वाले एयर कंडीशनर खंड के बारे में पूछने पर वाचानी ने कहा कि उन्हें इस खंड में लगातार वृद्धि की उम्मीद है। हालांकि, सरकार के गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों (क्यूसीओ) के कारण इस खंड को मामूली चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
भाषा पाण्डेय अजय
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