नयी दिल्ली, 25 नवंबर (भाषा) फलों और सब्जियों के अधिक उत्पादन की वजह से जून 2025 को समाप्त फसल वर्ष में देश में बागवानी फसलों का उत्पादन चार प्रतिशत बढ़कर 36.90 करोड़ टन रहा।
पिछले साल बागवानी फसलों का उत्पादन 35 करोड़ 47.4 लाख टन रहा था।
फसल वर्ष 2024-25 (जुलाई-जून) में 2 करोड़ 94.8 लाख हेक्टेयर रकबे में बागवानी फसलें बोए जाने का अनुमान है, जो पिछले साल के 2 करोड़ 90.8 लाख हेक्टेयर से थोड़ा अधिक है।
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि फलों और सब्जियों के उत्पादन में काफी प्रगति देखी गई है। मंत्रालय के तीसरे अग्रिम अनुमान के मुताबिक, फलों का उत्पादन 5.12 प्रतिशत बढ़कर 11 करोड़ 87.6 लाख टन होने का अनुमान है, जिसमें केला, आम, तरबूज, कटहल, मैंडरिन, पपीता और अमरूद का बड़ा हिस्सा है।
सब्जियों का उत्पादन 4.09 प्रतिशत बढ़कर 21 करोड़ 56.8 लाख टन होने का अनुमान है। खासकर प्याज का उत्पादन पिछले साल के 2 करोड़ 42.6 लाख टन से बढ़कर फसल वर्ष 2024-25 में 3 करोड़ 7.8 लाख टन होने की अनुमान है।
आलू का उत्पादन 1.85 प्रतिशत बढ़कर 5.81 करोड़ टन, जबकि टमाटर का उत्पादन फसलवर्ष 2024-25 में एक करोड़ 94.6 लाख टन रहने का अनुमान है।
खुशबूदार और औषधीय पौधों का उत्पादन पिछले साल के 7,26,000 टन से बढ़कर 7,81,000 टन होने का अनुमान है।
मसालों का उत्पादन 1.25 करोड़ टन होने का अनुमान है, जिसमें लहसुन, अदरक और हल्दी का उत्पादन बढ़ा है।
अभी, फसल वर्ष 2025-26 चल रहा है।
भाषा राजेश राजेश रमण
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