(फाइल तस्वीर के साथ)
मुंबई, छह फरवरी (भाषा) आलू, दाल और चिकन की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण जनवरी में घर का बना खाना एक साल पहले की तुलना में महंगा हो गया। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की एक इकाई की बृहस्पतिवार को जारी मासिक रोटी, चावल दर रिपोर्ट के मुताबिक, शाकाहारी थाली की तुलना में पिछले महीने मांसाहारी थाली की कीमतों में अधिक उछाल आया है। चिकन की कीमतें बढ़ने से ऐसा हुआ है।
रिपोर्ट कहती है कि आलू की कीमत में 35 प्रतिशत, दालों में सात प्रतिशत और वनस्पति तेलों में 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी के कारण शाकाहारी भोजन की कीमत बढ़कर 28.7 रुपये प्रति थाली हो गई। एक साल पहले की अवधि में इसकी कीमत 28 रुपये प्रति थाली थी।
हालांकि सालाना आधार पर ईंधन की लागत में 11 प्रतिशत की कमी आने से इस महंगाई को कुछ हद तक सीमित रखने में कामयाबी मिली।
क्रिसिल ने कहा कि शाकाहारी थाली की कीमत सालाना आधार पर भले ही बढ़ी है लेकिन एक महीना पहले की तुलना में इसके दाम घटे हैं। दिसंबर, 2024 में शाकाहारी थाली का दाम 31.6 रुपये प्रति थाली था।
लेकिन जनवरी में मासिक आधार पर टमाटर की कीमतों में 34 प्रतिशत, आलू में 16 प्रतिशत और प्याज की कीमतों में 21 प्रतिशत की गिरावट के कारण शाकाहारी थाली की लागत घट गई।
जहां तक मांसाहारी थाली का सवाल है तो जनवरी, 2025 में इसकी लागत एक साल पहले के 52 रुपये से बढ़कर 60.6 रुपये हो गई। यह बढ़ोतरी ब्रॉयलर मुर्गे के दाम 33 प्रतिशत बढ़ने के मुकाबले कम ही है। दरअसल मांसाहारी थाली में 50 प्रतिशत योगदान ब्रॉयलर मुर्गे का होता है।
एजेंसी ने कहा कि टमाटर, प्याज और आलू की कीमतों में गिरावट के कारण मांसाहारी थाली की कीमत दिसंबर के 63.3 रुपये के मुकाबले घट गई। लेकिन ब्रॉयलर की कीमतों में एक प्रतिशत की वृद्धि होने से यह गिरावट सीमित रही।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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