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Wednesday, 3 December, 2025
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नवंबर में निर्यात में स्वस्थ वृद्धि, भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूतः गोयल

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नयी दिल्ली, तीन दिसंबर (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि अक्टूबर में करीब 12 प्रतिशत गिरावट दर्ज करने वाले भारत के निर्यात की नवंबर में ‘स्वस्थ वृद्धि’ रही है और दोनों महीनों को मिलाकर भी निर्यात में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

गोयल ने उद्योग मंडल सीआईआई के एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं से कहा कहा, ‘‘वस्तु निर्यात नवंबर में उससे अधिक बढ़ा है जितना अक्टूबर में घटा था। अगर दोनों महीनों को जोड़ दें तो वैश्विक उठापटक के बावजूद निर्यात में वृद्धि दिखाई देती है।’’

हालांकि, उन्होंने नवंबर के निर्यात आंकड़े साझा नहीं किए। वाणिज्य मंत्रालय 15 दिसंबर को आधिकारिक व्यापार आंकड़े जारी करेगा।

अमेरिका द्वारा ऊंचे आयात शुल्क लगाने से अक्टूबर में निर्यात 11.8 प्रतिशत गिर गया था जबकि भारी मात्रा में सोने के आयात से व्यापार घाटा बढ़कर रिकॉर्ड 41.68 अरब डॉलर हो गया था।

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के 90 के पार चले जाने के सवाल पर गोयल ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है।

उन्होंने कहा, “दूसरी तिमाही में 8.2 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि, कई वर्षों में सबसे कम खुदरा मुद्रास्फीति, मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार और बढ़ते निवेश के आंकड़े दिखाते हैं कि अर्थव्यवस्था मजबूती से आगे बढ़ रही है।”

गोयल ने कहा कि भारत कई देशों के साथ व्यापार समझौतों की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है और आने वाले दिनों में वैश्विक साझेदारियों पर काफी सकारात्मक घोषणाएं देखने को मिलेंगी।

भारत फिलहाल अमेरिका, यूरोपीय संघ, न्यूजीलैंड, ओमान, चिली और पेरू सहित कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर बातचीत कर रहा है।

इसके पहले गोयल ने सीआईआई सम्मेलन में उद्योग जगत से कहा कि व्यापार को राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल करने के मामलों को देखते हुए कई उत्पादों में आत्मनिर्भर बनने की कोशिश करनी होगी।

उन्होंने कहा कि ऊंचे आयात शुल्क, निर्यात प्रतिबंध और महत्वपूर्ण सामग्रियों की आपूर्ति रोकने से भारतीय उद्योग प्रभावित हुए हैं।

उन्होंने कहा, “कई उत्पादों में आत्मनिर्भर होना पड़ेगा। हमें अपनी आपूर्ति शृंखला की कमजोर कड़ियों को तुरंत पहचानकर दुरूस्त करना होगा। किसी एक देश पर निर्भर रहना पूरे कारोबारी मॉडल को जोखिम में डाल सकता है।”

गोयल ने कहा कि पिछले 15 वर्षों में चीन का भारत के औद्योगिक उत्पादों के आयात में हिस्सा 21 प्रतिशत से बढ़कर 30 प्रतिशत होना चिंताजनक है।

उन्होंने उद्योगों को सुझाव दिया कि वे नवाचार, आपूर्ति शृंखला में विविधता और आत्मनिर्भर विनिर्माण क्षमता बढ़ाने पर ध्यान दें।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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