नयी दिल्ली, 30 अगस्त (भाषा) स्वास्थ्य बीमा समाज के कई वर्गों के लिए महंगा है और इसकी लागत घटाने के लिए तथा पहुंच बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने की जरूरत है।
भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के चेयरमैन देबाशीष पांडा ने मंगलवार यह बात कही।
पांडा ने यहां ‘स्वास्थ्य बीमा शिखर सम्मेलन 2022’ को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसा संभव है कि उच्च परिचालन और वितरण लागत, तथा अप्रत्यक्ष लागत के रूप में अस्पताल खर्च के कारण स्वास्थ्य बीमा महंगा है।
इरडा के चेयरमैन ने कहा कि निर्धारित मूल्य शायद बहुत अधिक है, जिससे समाज के कई वर्गों को बीमा कवर उपलब्ध नहीं है।
पांडा ने कहा, ‘‘हमें बीमा को किफायती बनाने के लिए खर्चों को कम करने के तरीकों पर गौर करना होगा।’’
उन्होंने सुझाव दिया कि उन्नत तकनीकी समाधान इसका एक रास्ता हो सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘क्या हमारे पास किसी तरह का डिजिटल मंच हो सकता है… हम उद्योग के प्रमुख सवालों में भी सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि नियामक उद्योग की मांग के मुताबिक खर्च प्रबंधन की सीमा में ढील देने पर काम कर रहा है।
भाषा पाण्डेय अजय
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