गांधीनगर, 31 मार्च (भाषा) गुजरात के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान पिछले पांच वर्षों में सबसे कम वृद्धि दर्ज हुई है।
भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि समीक्षाधीन अवधि में कोविड-19 महामारी शुरू हुई थी और उसे नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन समेत कड़े प्रतिबंध लगाए गए थे।
गुजरात विधानसभा में महीने भर चलने वाले बजट सत्र के आखिरी दिन बृहस्पतिवार को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए कैग की राज्य वित्त लेखा परीक्षा रिपोर्ट’ पेश की गई।
रिपोर्ट में कहा गया कि गुजरात की जीएसडीपी ‘राष्ट्रीय विकास दर की तुलना में 2016-17 से 2020-21 की अवधि के दौरान उच्च दर से बढ़ी।
हालांकि, वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान राज्य ने पांच वर्षों में अपनी सबसे कम वृद्धि दर हासिल की, जबकि इस दौरान देश की वृद्धि दर नकारात्मक हो गई थी।
राज्य की अर्थव्यवस्था ने 2020-21 में 0.57 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की थी।
कैग ने कहा कि क्षेत्रीय योगदान के आंकड़ों के अनुसार जीएसडीपी में उद्योग से संबंधित हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2015-16 में 39.72 प्रतिशत से घटकर 2019-20 में 38.44 प्रतिशत रह गई।
भाषा जतिन पाण्डेय
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