नयी दिल्ली, आठ मई (भाषा) माल एवं सेवा कर (जीएसटी) अधिकारियों ने दक्षिण दिल्ली के एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) की 7.85 करोड़ रुपये के इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) धोखाधड़ी को पकड़ा है।
वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट को गिरफ्तार कर ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जिन्होंने उसे 21 मई, 2025 तक 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
जांच में 80 से अधिक जीएसटीआईएन (माल एवं सेवा कर पहचान संख्या) का दुरुपयोग पाया गया, जो मुख्य रूप से पालम/द्वारका क्षेत्र में चार्टर्ड अकाउंटेंट के ईमेल आईडी और संपर्क नंबरों से जुड़े थे। सर्कुलर ट्रेडिंग में लगे 31 जीएसटीआईएन के एक मुख्य समूह की पहचान की गई, जिसमें वस्तुओं या सेवाओं की कोई वास्तविक आपूर्ति नहीं थी।
बयान में कहा गया, “केंद्रीय जीएसटी दिल्ली दक्षिण आयुक्तालय ने बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया है, जिसमें दक्षिण दिल्ली स्थित एक चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा 7.85 करोड़ रुपये के फर्जी इनपुट कर क्रेडिट (आईटीसी) के दावे शामिल हैं।”
जीएसटी अधिकारियों ने 12 परिसरों में तलाशी भी की। इसमें कई कंपनियां अस्तित्व में नहीं पाई गईं। तलाशी के दौरान, जांच से संबंधित कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए, और संबंधित लोगों के बयान दर्ज किए गए।
बयान में कहा गया है कि कई करदाताओं ने स्वीकार किया है कि वे जीएसटी फाइलिंग के लिए पूरी तरह से चार्टर्ड अकाउंटेंट पर निर्भर हैं, तथा लॉगिन क्रेडेंशियल और फाइलिंग का नियंत्रण भी उन्हीं के पास है।
भाषा अनुराग अजय
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