मुंबई, 30 मई (भाषा) उद्योग जगत को 18 अप्रैल को समाप्त पखवाड़े में बैंक कर्ज धीमी गति से 6.7 प्रतिशत की दर से बढ़ा जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में वृद्धि दर 6.9 प्रतिशत थी। रिजर्व बैंक के शुक्रवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली।
विभिन्न क्षेत्रों को बैंक ऋण – अप्रैल 2025 के आंकड़ों के अनुसार, प्रमुख उद्योगों में, मूल धातु एवं धातु उत्पाद, इंजीनियरिंग, वाहन, वाहन कलपुर्जे एवं परिवहन उपकरण, वस्त्र और निर्माण के लिए ऋण में सालाना आधार पर वृद्धि दर्ज की गई।
हालांकि, इस दौरान बुनियादी ढांचा क्षेत्र में ऋण वृद्धि धीमी हो गई।
साथ ही, कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए ऋण वृद्धि धीमी होकर 9.2 प्रतिशत रही, जो पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े में 19.8 प्रतिशत थी।
सालाना आधार पर, 18 अप्रैल, 2025 को समाप्त पखवाड़े तक, गैर-खाद्य बैंक ऋण में 11.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि पिछले वर्ष (19 अप्रैल, 2024) के इसी पखवाड़े में यह 15.3 प्रतिशत थी।
रिजर्व बैंक ने कहा, ‘‘सेवा क्षेत्र को ऋण सालाना आधार पर घटकर 11.2 प्रतिशत रहा जो पिछले वर्ष के इसी पखवाड़े में 19.5 प्रतिशत था। इसका मुख्य कारण ‘गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों’ (एनबीएफसी) को ऋण में धीमी वृद्धि है। व्यापार और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर खंडों में ऋण वृद्धि सालाना आधार पर उच्च बनी रही।’’
रिजर्व बैंक ने कहा कि इसके अलावा, व्यक्तिगत ऋण खंड में 14.5 प्रतिशत की धीमी वृद्धि दर्ज की गई, जबकि एक वर्ष पहले यह 17 प्रतिशत थी।
भाषा राजेश राजेश रमण
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