नयी दिल्ली, 24 अप्रैल (भाषा) दूरसंचार सेवा प्रदाताओं का अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही में सकल राजस्व सालाना आधार पर 14.07 प्रतिशत बढ़कर 96,390 करोड़ रुपये हो गया। दूरसंचार नियामक ट्राई के बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली।
दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (टीएसपी) ने एक साल पहले अक्टूबर-दिसंबर 2023 में 84,500 करोड़ रुपये का सकल राजस्व दर्ज किया था।
अक्टूबर-दिसंबर 2024 के लिए भारतीय दूरसंचार सेवा प्रदर्शन संकेतकों के मुताबिक, दूरसंचार कंपनियों का समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) सालाना आधार पर 14.89 प्रतिशत बढ़कर 77,934 करोड़ रुपये हो गया। यह एक साल पहले की समान अवधि में 67,835 करोड़ रुपये था।
रिलायंस जियो 28,542.76 करोड़ रुपये के सबसे अधिक एजीआर के साथ सूची में शीर्ष पर रही।
भारती एयरटेल की एजीआर वृद्धि सालाना आधार पर 27.31 प्रतिशत रही, जो उसके प्रतिद्वंद्वी जियो की 14.8 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर से लगभग दोगुनी है। समीक्षाधीन तिमाही में भारती एयरटेल ने 26,073.7 करोड़ रुपये का एजीआर दर्ज किया।
वोडाफोन आइडिया का एजीआर सालाना आधार पर 6.69 प्रतिशत बढ़कर 7,958.46 करोड़ रुपये और बीएसएनएल का 13.95 प्रतिशत बढ़कर 2,292.47 करोड़ रुपये हो गया।
इस दौरान दूरसंचार सेवा प्रदाताओं से सरकार का लाइसेंस शुल्क संग्रह 14.75 प्रतिशत बढ़कर 6,234 करोड़ रुपये हो गया, जबकि स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क लगभग 17 प्रतिशत बढ़कर 989 करोड़ रुपये रहा।
भाषा निहारिका प्रेम
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