नयी दिल्ली, चार अगस्त (भाषा) हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने ग्रीनलाइन मोबिलिटी सॉल्यूशंस के साथ साझेदारी को विस्तार देते हुए 100 इलेक्ट्रिक ट्रकों और 100 एलएनजी ट्रकों को तैनात करने का एक अनुबंध किया है।
ग्रीनलाइन मोबिलिटी ने सोमवार को एक बयान में कहा कि इस रणनीतिक समझौते के तहत वह 400 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस निवेश से वह हिंदुस्तान जिंक के बेड़े में 100 इलेक्ट्रिक ट्रकों के अलावा 100 एलएनजी ट्रकों की भी तैनाती करेगी।
इसके साथ ही हिंदुस्तान जिंक के बेड़े में ग्रीनलाइन के एलएनजी ट्रकों की संख्या दोगुनी होकर 200 हो जाएगी।
एस्सार समूह की कंपनी ग्रीनलाइन ने कहा कि वह देश में बैटरी की अदलाबदली का पहला वाणिज्यिक ढांचा भी स्थापित करेगी।
हिंदुस्तान जिंक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अरुण मिश्रा ने इस पहल को कंपनी के शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन लक्ष्य की दिशा में साहसिक कदम बताते हुए कहा, ‘इससे हर महीने अनुमानित 236 टन कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आएगी जो लगभग 12,000 पेड़ लगाने के बराबर है।’
ग्रीनलाइन के सीईओ आनंद मिमानी ने कहा कि स्वच्छ परिवहन अब भविष्य का विकल्प नहीं बल्कि वर्तमान की जिम्मेदारी है। यह पहल लॉजिस्टिक सुविधाओं को कार्बन-मुक्त करने के लिए एक मॉडल तैयार करेगी।
ग्रीनलाइन मोबिलिटी फिलहाल 650 एलएनजी ट्रकों का संचालन कर रही है और वह एफएमसीजी, ई-कॉमर्स, धातु एवं खनन, सीमेंट, तेल एवं गैस कंपनियों को लॉजिस्टिक सेवाएं दे रही है।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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