नयी दिल्ली, सात मई (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल आठ मई को यहां निर्यात संवर्धन परिषदों (ईपीसी) के प्रतिनिधियों के साथ भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) से संबंधित मामलों पर चर्चा करेंगे। उद्योग के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
भारत और ब्रिटेन ने एक ‘ऐतिहासिक’ व्यापार समझौता किया है, जिसके तहत चमड़ा, जूते और कपड़ा जैसे श्रम आधारित उत्पादों के निर्यात पर करों को हटा दिया जाएगा। दूसरी ओर ब्रिटेन से व्हिस्की और कारों का आयात सस्ता हो जाएगा। इस समझौते से 2030 तक दोनों देशों के बीच व्यापार दोगुना या 120 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकता है।
अधिकारी ने कहा कि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा ईपीसी और निर्यात संगठनों के महासंघ (फियो) के सभी वरिष्ठ प्रतिनिधि बैठक में भाग लेंगे।
मुक्त व्यापार समझौता दो या दो से अधिक देशों के बीच एक व्यवस्था है, जिसके तहत वे अपने बीच व्यापार वाली अधिकतम वस्तुओं पर सीमा शुल्क को या पूरी तरह समाप्त करने या कम करने पर सहमत होते हैं। इसके अलावा, इसके तहत भागीदार देश आयात के महत्वपूर्ण मूल्य पर गैर-व्यापार बाधाओं को कम करने और सेवा निर्यात तथा द्विपक्षीय निवेश को बढ़ावा देने के लिए मानदंडों को आसान बनाने पर भी सहमत होते हैं।
भाषा पाण्डेय अजय
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