(राजेश राय)
पर्थ, आठ अप्रैल (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया कौशल विकास, शिक्षा, सेवा, सूचना प्रौद्योगिकी, विनिर्माण और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) जैसे क्षेत्रों में आपसी सहयोग बढ़ा सकते हैं।
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की कंपनियों को भारत में निवेश का आमंत्रण दिया। गोयल ने कहा कि भारत में निवेश करने वाली ऑस्ट्रेलिया की कंपनियों का अपनी इकाइयों पर शतप्रतिशत ‘स्वामित्व’ होगा और वे अपनी प्रौद्योगिकी और कारोबारी गोपनीयता को कायम रख सकेंगी।
गोयल ने यहां दोनों देशों की कंपनियों के साथ दोपहर के भोजन पर आयोजित बैठक में कहा, ‘‘आपके पास बड़े रक्षा बजट वाले भारत में बड़ा बाजार है। हम चाहेंगे कि ऑस्ट्रेलिया से भारत को निवेश का प्रवाह बढ़े। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि आप वहां अपने देश में मिलने वाले रिटर्न से अधिक प्रतिफल हासिल करेंगे।’’
भारत और ऑस्ट्रेलिया ने आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए आर्थिक सहयोग एवं विकास करार किया है।
मंत्री ने कहा कि इस करार के तहत भारत संबंधों को विस्तार देने के लिए कई तरीके ढूंढ रहा है। विशेष रूप से कौशल विकास, शिक्षा और सेवा क्षेत्रों में संबंधों को विस्तार दिया जा सकता है।
गोयल ने कहा, ‘‘हम संभवत: मिलकर 5जी दूरसंचार प्रणाली के विकास पर भी काम कर सकते हैं।’’
ऑस्ट्रेलिया, भारत का 17वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। वहीं भारत..ऑस्ट्रेलिया के लिए नौवां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। 2021 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 6.9 अरब डॉलर की वस्तुओं का निर्यात किया। वहीं इस दौरान ऑस्ट्रेलिया से आयात 15.1 अरब डॉलर का रहा।
भाषा अजय अजय रमण
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