मुंबई, 14 सितंबर (भाषा) खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने बुधवार को कहा कि सरकार खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए अनुपालन को और कम करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
’14वें फिक्की फूडवर्ल्ड इंडिया – खाद्य व्यापार और उद्योग के लिए वैश्विक सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए पटेल ने भारतीय खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र और उत्पादों के विपणन और ब्रांडिंग को बढ़ाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार उद्योग को समर्थन देने और समस्याओं का समाधान खोजने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। हमें बाधाओं को दूर करके मौजूदा योजनाओं को और सरल बनाने की जरूरत है और उद्योग इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।’’
उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान उद्योग और क्षेत्र को समर्थन देने के लिए अनुपालन को कम करने पर है।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने उद्योग और नवोन्मेष को समर्थन देने के लिए पहले ही ‘इनक्यूबेशन’ केंद्रों की स्थापना की है।
उन्होंने कहा कि सरकार खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में सुधार के लिए निरंतर कदम उठा रही है, जिसमें इस क्षेत्र के लिए पीएलआई योजना भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि सरकार न केवल घरेलू बाजारों बल्कि प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों की वैश्विक मांग को भी पूरा करने के लिए उपाय कर रही है।
पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने में भारतीय खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र रीढ़ होगा।
मंत्री ने कहा, ‘‘प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के लिए उपभोक्ताओं में विश्वास को और मजबूत करने की जरूरत है और उद्योग के साथ-साथ सरकार को इस दिशा में काम करना होगा।’’
इस अवसर पर खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के पूर्व सचिव सिराज हुसैन ने कहा कि भारतीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग ने कोविड -19 के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्होंने प्राथमिक खाद्य प्रसंस्करण बाजार में सुधार लाने और बाजार बनाने पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘जबतक हम प्राथमिक खाद्य प्रसंस्करण बाजार को प्रोत्साहित नहीं करेंगे, हम किसानों के साथ खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र का सीधा जुड़ाव स्थापित नहीं कर पाएंगे।’’
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