नयी दिल्ली, 19 मई (भाषा) बिजली मंत्रालय ने इन गर्मियों में मांग में होने वाली वृद्धि के बीच निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने और ग्रिड सुरक्षा बनाए रखने के लिए उन गैस-आधारित बिजली उत्पादन क्षमता का उपयोग करने का निर्णय लिया है, जिसका उपयोग नहीं हो पा रहा है।
मंत्रालय निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने और इस गर्मी के मौसम में 277 गीगावाट की अनुमानित अधिकतम बिजली मांग को पूरा करने के लिए कदम उठा रहा है।
मई, 2024 में बिजली की अधिकतम मांग 250 गीगावाट के अबतक उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी। 18 मई तक बिजली की उच्चतम आपूर्ति यानी अधिकतम बिजली मांग को पूरा करने के लिए आपूर्ति लगभग 231 गीगावाट दर्ज की गई है।
मार्च और अप्रैल में बिजली की अधितम मांग लगभग 235 गीगावाट थी, जबकि इस साल फरवरी में यह 238 गीगावाट थी।
मंत्रालय ने बिजली अधिनियम की धारा 11 का उपयोग करते हुए नये निर्देश जारी किये हैं, ताकि देश में गैस-आधारित बिजली संयंत्रों से अधिकतम उत्पादन सुनिश्चित किया जा सके और अधिकतम मांग में वृद्धि को पूरा किया जा सके।
भाषा रमण अजय
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