नयी दिल्ली, 31 मार्च (भाषा) केंद्र सरकार अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए राजस्व में अंतर को पूरा करने को लेकर वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में कर्ज के जरिये 8.45 लाख करोड़ रुपये जुटाने पर विचार कर रही है।
वित्त मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि कुल 14.31 लाख करोड़ रुपये की अनुमानित सकल बाजार उधारी में 8.45 लाख करोड़ रुपये पहली छमाही में जुटाने की योजना है।
बजट दस्तावेज के अनुसार, 2022-23 के लिये दिनांकित प्रतिभूतियों (दीर्घकालीन अवधि की प्रतिभूति) के जरिये सकल बाजार उधारी 14,95,000 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। लेकिन 28 जनवरी, 2022 को सरकारी प्रतिभूतियों की पुनर्खरीद (स्विच ऑपरेशन) को देखते हुए दिनांकित प्रतिभूतियों के जरिये सकल उधारी 14,31,352 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।
यह कर्ज 32,000-33,000 करोड़ रुपये की 26 साप्ताहिक किस्तों में जुटाया जाएगा।
भाषा
रमण अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.