नयी दिल्ली, 24 जनवरी (भाषा) केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोमवार को कहा कि सरकार उद्योग के लिये गूगल के एंड्रॉयड और एपल के आईओएस के विकल्प के रूप में एक स्वदेशी ‘ऑपरेटिंग सिस्टम’ बनाने को लेकर एक अनुकूल परिवेश प्रदान करने को नीति लाने की योजना बना रही है।
चंद्रशेखर ने ‘पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा कि फिलहाल मोबाइल फोन पर दो ऑपरेटिंग सिस्टम…गूगल के एंड्रॉयड और एपल के आईओएस… का दबदबा है। ये हार्डवेयर परिवेश को भी परिचालित कर रहे हैं।
चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘कोई तीसरा ‘ऑपरटिंग सिस्टम’ नहीं है। इसलिए, कई मायनों में एक नया हैंडसेट ‘ऑपरेटिंग सिस्टम’ बनाने के लिये सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और भारत सरकार के स्तर पर काफी दिलचस्पी है। हम लोगों से बात कर रहे हैं। हम इसके लिए एक नीति पर गौर कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि सरकार एक स्वदेशी ‘ऑपरेटिंग सिस्टम’ (ओएस) के विकास के लिए स्टार्टअप और अकादमिक परिवेश के भीतर क्षमताओं की तलाश कर रही है।
‘ऑपरेटिंग सिस्टम’ किसी भी कंप्यूटर और मोबाइल उपकरण के परिचालन का मुख्य सॉफ्टवेयर है। यह प्रभावी परिचालन के लिये पूरे हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर सिस्टम में शामिल होता है।
उन्होंने संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ उद्योग निकाय आईसीईए (इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन) द्वारा तैयार इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पर दृष्टिकोण पत्र का दूसरा खंड जारी किया। संगठन के सदस्यों में एपल, लावा, फॉक्सकॉन, डिक्सन आदि शामिल हैं।
दस्तावेज में देश में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण को 75 अरब डॉलर के मौजूदा स्तर से 2026 तक 300 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंचाने को लेकर रूपरेखा पेश की गई है। चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘यह रिपोर्ट बहुत सटीक है जो बताती है कि 300 अरब डॉलर कहां से आएंगे, उद्योग को क्या करना है और सरकार को क्या करना है। यह एक उदाहरण है कि कैसे उद्योग और सरकार को देश के लिए लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए। उत्पादन 300 अरब डॉलर और निर्यात 120 अरब डॉलर का होगा। यह अब सरकार का उद्देश्य है।’’
फिलहाल, देश का इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात लगभग 15 अरब डॉलर का है।
भाषा
रमण अजय
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