नयी दिल्ली, नौ दिसंबर (भाषा) सरकार ने विशिष्ट इस्पात के लिये उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत कुल 42,500 करोड़ रुपये के निवेश की संभावना वाले 67 आवेदनों का चयन किया है।
प्रस्तावित निवेश से 70,000 रोजगार के अवसरों तथा 2.6 करोड़ टन विशेष प्रकार के इस्पात की क्षमता सृजित होने का अनुमान है।
इस्पात मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘इस्पात बनाने वाली कुल 35 छोटी एवं बड़ी कंपनियों से 46,000 करोड़ रुपये के निवेश संभावना वाले 79 आवेदन मिले थे।’’
मंत्रालय ने कहा, ‘‘इसमें से 30 कंपनियों के 67 आवेदन स्वीकार किये गये हैं। इससे 42,500 करोड़ रुपये के निवेश आने की उम्मीद है जबकि क्षमता (डाउनस्ट्रीम) में 2.6 करोड़ टन की वृद्धि की संभावना है। साथ ही 70,000 रोजगार के अवसर सृजित होने की उम्मीद है।’’
आवेदनकर्ताओं में टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, जेएसपीएल, एएमएनएस इंडिया और सेल जैसी सभी बड़ी इस्पात कंपनियां शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पिछले साल जुलाई में भारत में विशिष्ट इस्पात के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए 6,322 करोड़ रुपये की पीएलआई योजना को मंजूरी दी थी।
योजना में जिन विशिष्ट इस्पात को रखा गया है, उसमें कोटेड/प्लेटेड इस्पात उत्पाद, मिश्र धातु इस्पात उत्पाद और इस्पात की तार आदि शामिल हैं।
भाषा रमण अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.